दालचीनी एक तरह का मसाला है जिसका नाम आपने जरूर सुना होगा। आमतौर पर लोग Dalchini का प्रयोग केवल मसालों के रूप में करते है लेकिन क्या आपको पता है Dalchini के फायदे सिर्फ हमारी किचन तक ही सीमित नहीं है। लोगों को दालचीनी के फायदे के बारे में इतनी जानकारी नहीं है लेकिन आज के हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको Dalchini ke fayde और Dalchini ke nuksan दोनों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। आयुर्वेद में दालचीनी को एक बहुत थी कारगर औषधि के रूप में बताया गया है। आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार दालचीनी के इस्तेमाल से कई रोगो का इलाज संभव है।
Dalchini किचन में उपयोग होने वाला एक ऐसा मसाला है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है। साथ ही यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है। दालचीनी खास तरह की लकड़ी होती है जो अद्भुत गुणों से भरपूर होती है। दालचीनी Cinnamon नाम के पौधे के तने और शाखाओं के अंदरूनी छाल होती है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। अगर इसका सेवन सही मात्रा में ना किया जाए तो यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है।
Dalchini में Cinnamaldehyde की मात्रा काफी अधिक होती है जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है। यह हमारे मेटाबॉलिज्म को स्वस्थ रखने में सहायक है, दालचीनी के फायदे सबसे ज्यादा इसी वजह से होते हैं।
इसके साथ ही दालचीनी की अलग खुशबू और फ्लेवर भी इसी कंपाउंड की वजह से होती है इसीलिए Dalchini के फायदे को दवाई के रूप में भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
आयुर्वेद में भी Dalchini को कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से दालचीनी बहुत ही लोकप्रिय है। हर देश या राज्य में Dalchini को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आप अपने राज्य में अपने भाषा के हिसाब से Dalchini को पहचान पाए इसीलिए हम आपको बताने वाले हैं, दालचीनी को अलग-अलग भाषाओं में किस नाम से बुलाया जाता है।
अन्य भाषाओं में Dalchini के नाम:-
Cinnamon in hindi – Dalchini, दारुचीनी, दारचीनी
Dalchini in English– ट्रु सिनैमोन (True Cinnamon), सीलोन सिनामोन (Ceylon Cinnamon)
Cinnamon in Urdu– दारचीनी (Darchini)
Cinnamon in Bengali– दारुचीनी (Daruchini)
Cinnamon in Punjabi– दाचीनी (Dachini), किरफा (Kirfa)
Cinnamon in Malayalam– एरिकोलम (Erikkolam), वरनम (Varanam)
Cinnamon in Oriya– दालोचीनी (Dalochini), दारूचीनी (Daruchini)
Cinnamon in Kannada– लवङ्ग चक्के (Lavanga chakke), तेजDalchini (TejaDalchini)
Cinnamon in Sanskrit– त्वक्, स्वाद्वी, तनुत्वक्, दारुसिता, चोचम, वराङ्ग, भृङ्ग, उत्कट
Cinnamon in Nepali– Dalchini (Daalchiinii), कुखीतगी (Kukhiitagi)
Cinnamon in Arabic– दारसीनी (Darsini), किर्फा (Qirfah), र्क्फाहेसेलेनीयाह (Qirfahesailaniyah)
Cinnamon in Gujarati– Dalchini (Dalchini), तज (Taj)
Cinnamon in Tamil– लवंग पत्तै (Lavang pattai)
Cinnamon in Telugu– लवंगमु (Lavangamu)
Cinnamon in Marathi– Dalchini (Dalchini)
Cinnamon in Persian– दारचीनी (Darchini), दारचीनीसेइलनीयाह (Darchinisailaniyah), तालीखाहे (Talikhahe)।
Dalchini के फायदे काफी अनेक है। दालचीनी के सेवन से पाचन तंत्र संबंधित विकार, दांत व सिर दर्द, चर्म रोग की परेशानियां में आराम मिल सकता है। इसके साथ ही इसका प्रयोग टीबी और दस्त में भी किया जा सकता है। अब आपको हम विस्तार में बताने वाले हैं।
दालचीनी के फायदे:-
Dalchini के फायदे भूख को बढ़ाने के लिए
अगर आपको भूख नहीं लगती है या आपको पाचन तंत्र में समस्या है, दालचीनी के सेवन से इसका इलाज किया जा सकता है। पेट से जुड़ी समस्या में Dalchini काफी लाभदायक साबित हो सकती है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है Dalchini
एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी है। यह फ्री रेडिकल रोगजनक तत्व को हमारे शरीर से दूर रखता है। अगर आपकी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भरपूर है तो यह एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स नष्ट करने का काम करेगी, जिससे आपकी इम्यूनिटी काफी मजबूत होगी। इसीलिए दालचीनी के फायदे उठाने के लिए आप इसे अपने डाइट में जरूर शामिल करें।
एक स्टडी में 26 मसालों के एंटीऑक्सीडेंट लेवल को जांचा गया, जिसमें पाया गया कि दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बाकी मसालों से कहीं ज्यादा अधिक है।
इंफेक्शन से बचाव करता है Dalchini
Dalchini एंटीमाइक्रोबियल्स गुणों से भरी हुई है। इसका इस्तेमाल दांतों की सड़न, सांस में बदबू से भी राहत देते हैं। शरीर में पैदा होने वाले बुरे बैक्टीरिया को भी रोकने में कारगर है।
दालचीनी के फायदे स्वस्थ दिमाग के लिए
Dalchini दिमाग से जुड़ी गंभीर बीमारियों में मददगार साबित होता है। न्यूरोडीजेनरेटिव रोग दिमाग के द्वारा सही से काम ना करने को कहा जाता है। सबसे आम न्यूरोडीजेनरेटिव रोग है- अल्जाइमर। चूहों पर किए गए एक स्टडी में साबित हुआ है कि Dalchini से न्यूरॉन और मोटर अच्छी तरीके से काम करते हैं, लेकिन अभी भी अध्ययन इंसानों पर करना बाकी है।
दालचीनी का प्रयोग सिर दर्द में आराम देता है
अगर आप सिर दर्द से परेशान हैं तो Dalchini का सेवन आप कर सकते हो। Dalchini के 7 से 10 पत्तों को पीसकर लेप बना लें, Dalchini के लैप को अपने सर पर लगाने से ठंडी गर्मी से होने वाले सिरदर्द में राहत मिलता है। आराम मिलने पर धोकर साफ कर ले।
दालचीनी के उपयोग से खांसी में राहत
खांसी के इलाज के लिए दालचीनी का प्रयोग करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप खांसी से परेशान रहते हैं तो आप आधा चम्मच Dalchini के चूर्ण को दो चम्मच शहद के साथ सुबह और शाम सेवन कर सकते हैं। इसे खांसी में आराम मिलता है।
कोलेस्ट्रोल कम करने के लिए Dalchini का करें प्रयोग
आयुर्वेद में Dalchini का प्रयोग कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी किया जाता है। एक कप पानी में दो चम्मच शहद तथा तीन चम्मच दालचीनी का पाउडर मिला ले इसका रोज तीन बार सेवन करें, इससे कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
आंतों के रोग में भी Dalchini काफी फायदेमंद है
आंतों को स्वस्थ रखने के लिए भी दालचीनी का प्रयोग किया जाता है। इससे काफी अच्छे परिणाम मिलते हैं। Dalchini का तेल पेट पर मलने से आंतों का खिंचाव दूर हो जाता है।
Dalchini ke Nuksan:-
अगर दालचीनी की मात्रा आप जरूरत से ज्यादा लेते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।
- दालचीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने से सिर में दर्द की शिकायत हो सकती है।
- दालचीनी गर्भवती स्त्रियों को नहीं देना चाहिए क्योंकि यह गर्व को गिरा सकती है।
Dalchini ke nuksan से बचने के लिए उसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले।
Conclusion
दालचीनी को हम अपने किचन में सिर्फ एक मसाले के रूप में इस्तेमाल करते हैं। आज इस आर्टिकल में आपको Dalchini ke fayde Hindi और Dalchini के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने पर दालचीनी के नुकसान में जानने को मिला। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो, आप इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप उसे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
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