mulethi एक खास जड़ी बूटी है। यह जड़ी-बूटी काफी गुणकारी है और इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में बहुत सारी दवाइयों में होता है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल सर्दी जुखाम या खांसी में आराम पाने के लिए करते हैं। अगर आपके गले में खराश है तो इसके लिए भी mulethi का इस्तेमाल किया जा सकता है। हलाकि mulethi ke fayde सिर्फ इतने ही नहीं है मुलेठी का इस्तेमाल आयुर्वेद में कई दवाई बनाने में किया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको मुलेठी के फायदे और मुलेठी के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde) सिर्फ सर्दी खांसी तक ही सीमित नहीं है यह हमारे शरीर के कई रोगों के इलाज में लाभकारी साबित होता है। आयुर्वेद में भी कई बीमारियों के इलाज में mulethi का प्रयोग किया जाता है। आज के इस आर्टिकल में आपको मुलेठी के फायदे से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिलने वाली है।
आपको बता दूं mulethi एक झाड़ीदार पौधा होता है। इस पौधे के तने को दवाइयों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इस पौधे के तने को छाल सहित सुखाकर इसका प्रयोग आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता है। इसके तने में कई औषधियां गुण होती है। अगर mulethi की स्वाद की बात करें तो यह स्वाद में मीठा होता है। यह हमारे मसूड़ों दांतो और गले के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। इस वजह से आजकल आप देखेंगे कि हर आयुर्वेदिक टूथपेस्ट में mulethi का प्रयोग किया जाता है।
mulethi आयुर्वेद में इतना लोकप्रिय होने की वजह से मुलेठी ना सिर्फ एक राज्य में बल्कि हमारे देश के हर राज्य में इसका प्रयोग किया जाता है, और इस वजह से जगह-जगह पर इसके अलग-अलग नाम है। हम आपको बताने वाले हैं कि मुलेठी को अलग-अलग भाषाओं में क्या कहा जाता है।
Mulethi in Different Languages :-
Name of Mulethi in English : Liquorice root (लिकोरिस रूट)
Name of Mulethi in Hindi : मुलहठी, मलेटी, मुलेठी, मीठी लकड़ी, जेठीमधु
Name of Mulethi in Bengali : यष्टिमधु (Yashtimadhu), जष्ठीमधु (Jashtimadhu)
Name of Mulethi in Malyalam: मलहठी (Malhathi), अतिमधुरम (Atimadhuram)
Name of Mulethi in Punjabi : मुलेठी (Mulethi), एलेसस (Alasus)
Name of Mulethi in Marathi : जेष्टिमधु (Jeshtimadhu), जेष्टमध (Jeshtimadha)
Name of Mulethi in Tamil : अतिमधुरम (Atimadhuram), आदिमधुरम (Adimaduram)
Name of Mulethi in Urdu: मुलेठी (Mulathi)
Name of Mulethi in Sanskrit : यष्टीमधु, यष्टीमधुक, मधुयष्टि, जलयष्टि, क्लीतिका, मधुक, स्थल्यष्टी
Name of Mulethi in Nepali : जेठी मधु (Jethi madhu)
Name of Mulethi in Kannad : जेष्टमधु (Jeshthmadhu), यष्टिमहुकम (Yashtimahukam)
Name of Mulethi in Gujrati : जेठीमध (Jethimadha)
Name of Mulethi in English : स्वीटवुड (Sweetwood), कॉमन लिकोरिस (Common licorice)
Name of Mulethi in Arabi : अस्लुस्सूस (Aslussus), ईरकेस्सस (Irkessus)
Name of Mulethi in Telugu : यष्टिमधुकम (Yashtimadhukam), अतिमधुरम (Atimadhuram)
Name of Mulethi in Persian : आसरेहमहक (Asrehamhak), बिखेमहक (Bikhemahak)
मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde)
आयुर्वेद में mulethi का कई बीमारी के इलाज में वर्णन है। आपको बता दूँ, मुलेठी वात और पित्त दोष को कम करता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर अक्सर सर्दी खांसी के इलाज में mulethi लेने का सुझाव देते हैं। मुलेठी हमारी त्वचा रोग और बालों के लिए भी काफी फायदेमंद है। यह हमारे खून को साफ करता है। मुलेठी हमारे बालों को भी तेजी से बढ़ने में मदद करता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से हमारी बुद्धि भी तेज होती है। mulethi ke fayde अनेक है। आइए जानते हैं मुलेठी के कुछ अन्य फायदे:
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बालों के लिए मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde balo ke liye)
अगर आप अपने बाल की किसी समस्या से परेशान हैं तो इसमें mulethi आपकी मदद कर सकता है। मुलेठी का प्रयोग करके आप बालों को सही पोषण दे सकते हैं, जिससे आपकी बाल काफी तेजी से बढ़ेंगे। Mulethi Kwath से बाल को धोने से बालों में तेजी से बढ़ोतरी होती है। अगर आप झड़ते बालों से परेशान है तो आप मुलेठी और तिल को भैंस के दूध में पीसकर एक लेप बना ले। अब इस लेप को अपने सर पर लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
मुलेठी के फायदे गले के लिए (mulethi ke fayde gale ke liye)
अगर आपका गला बैठ गया है या फिर आपके गले में संक्रमण हो गया है तो इस रोग में भी mulethi आपकी मदद कर सकता है। कभी-कभी गले में संक्रमण की वजह से गला बैठ जाता है, और ऐसी स्थिति में हमारी आवाज भी काफी भारी हो जाती है या फिर आवाज ही नहीं निकलती है। mulethi को मुंह में लेकर चूसते रहने से गले बैठने की समस्या में आराम मिलता है। मुलेठी चूसने से गले के कई अन्य रोगों में भी जल्दी फायदा देखने को मिलता है।
सूखी खांसी में मुलेठी के फायदे (mulethi powder ke fayde in hindi)
अगर आप खांसी की समस्या से परेशान हैं या फिर आप सूखी खांसी की समस्या से परेशान हैं तो इसमें भी mulethi आपकी मदद कर सकता है। मुलेठी को मुंह में रखकर देर तक चूसते रहने से खांसी में आराम मिलता है। अगर आपको सूखी खांसी की समस्या है तो एक चम्मच mulethi को शहद के साथ मिलाकर दिन में 2-3 बार चाट कर खाएं। इससे सूखी खांसी में आराम मिलता है।
शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde for skin in hindi)
अगर आप शरीर की दुर्गंध से परेशान है। अगर आपके शरीर में पसीने आने के बाद वहां से बदबू आने लगती है, तो ऐसे में mulethi इसमें भी आपकी मदद कर सकता है। आपके शरीर के पसीने की तेज दुर्गंध आती है तो mulethi की मदद से आप इससे छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए मुलेठी को पीसकर शरीर में लगाएं ऐसा करने से पसीने की बदबू दूर हो जाती है।
सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए मुलेठी के फायदे (sex power ke liye mulethi ke fayde)
आयुर्वेद में mulethi को कामोत्तेजक गुण बढ़ाने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। जिन लोगों में सेक्स की इच्छा की कमी होती है, उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए। इसके लिए 2 से 4 ग्राम मुलेठी का पाउडर को घी और शहद में मिलाकर दूध के साथ पीना चाहिए। इससे कामोत्तेजना और सेक्स क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
Conclusion
mulethi एक बहुत ही फायदेमंद औषधि है और आयुर्वेद में कई रोगों के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर 3 से 5 ग्राम मुलेठी पाउडर सेवन करने की ही सलाह दी जाती है। अगर आप किसी रोग के इलाज के लिए मुलेठी का प्रयोग करना चाहते हैं तो किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर करें। डॉक्टर के सलाह के बिना आप इसका प्रयोग ना करें। आज इस आर्टिकल में हमने आपको mulethi ke fayde के बारे में पूरी जानकारी दी है। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप उसे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।